
राजेश सिंह
जैतहरी नगर में भू माफियाओं द्वारा जालसाजी के साथ की गई जमीन के लेन-देन के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। कलेक्टर की आदेश के बाद भी जिस मामले में पुलिस लापरवाही बरत रही थी उसको लेकर लगातार समाचार पत्र के माध्यम से कार्रवाई की मांग उठती रही और अंततःउन नटवरलालओ विरुद्ध पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर लिया मामला दर्ज होने को उपरांत सभी आरोपी फरार हो गए।
अनूपपुर। मध्यप्रदेश की विधानसभा में प्रश्न लगने के बाद अनूपपुर कलेक्टर ने जैतहरी स्थित एक फर्जी तरीके से की गई जमीन की खरीद-फरोख्त के मामले को कई अधिकारियों की टीम गठित करके जांच कराई तो पूरे मामले में भू-माफिया के काली करतूतों का खुलासा हो गया अनूपपुर पुलिस अधीक्षक को दोषियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध गया।
क्या था मामला
एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी इसी तर्ज पर लाखों रुपए के टैक्स की चोरी करते हुए बिना रजिस्ट्रार कार्यालय के पंजीयन और अनुमति के अपनी सरकार चलाते हुए केवल 10 रुपए के स्टाम्प पेपर में शहर के अंदर लाखों रुपए की कीमत की जमीन और मकान की खरीद बिक्री कर ली और असली भू-स्वामी आज भी दर दर की ठोकरें खाता फिर रहा है नगर पंचायत जैतहरी के वार्ड क्रमांक-03 में स्थित खसरा नं. 337/1 ख पर निर्मित दुकान व भवन तथा खाली भूमि का नामांतरण फर्जी तरीके से इसकी टोपी, उसके सर की तर्ज पर जालसाजी के तहत् 10 रूपए के स्टाम्प में जमीन की लाखों रूपए में बिक्री कर दी।
सरकारी खजाने को लगाया चूना
जमीन खरीद बिक्री मामले में सरकार के खजाने को भी लाभ पहुंचता है साथी जमीन क्रेता तभी उस भूमि का मालिक कहलाता है जब वह सरकारी नियमों का पालन करते हुए रजिस्ट्रार कार्यालय के माध्यम से कोई जमीन की खरीदी की हो लेकिन यहां पर सरकारी दफ्तर को दरकिनार करते हुए फर्जी तरीके से जमीन की खरीद बिक्री हो जाती है और भूमाफिया उसका लाभ भी लेने लगता है जालसाजो ने जैतहरी नगर के रहने वाले विष्णु कुमार जैन की जमीन वार्ड क्रमांक-03 स्थित खसरा नं.-337/1 ख पर निर्मित भवन व खाली भूमि की बिक्री संजीव चंदेल द्वारा नंदलाल सोनी को बिक्री कर दिया गया। इसके बदले लाखों रूपए का सौदा इस जमीन का संजीव चंदेल ने करके ले लिया और उक्त भवन और जमीन को 10 रूपए के स्टाम्प में फर्जी तरीके से नंदलाल सोनी को बिक्री कर दिया। वहीं इस पूरे खरीद-परोख्त का कोई भी रिकार्ड रजिस्टार कार्यालय में दर्ज नहीं कराया गया।
तैयार किया फर्जी दस्तावेज
नगर पंचायत जैतहरी में राजस्व विभाग का काम देखने वाले दीनबंधु सोनी ने भाई के प्रति वफादारी करते हुए जमीन के दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार करवाने में अपनी अहम भूमिका निभायीं और नंदलाल सोनी के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करते हुए दिनांक 20.10.2010 एवं 21.12.2010 के अनुसार फर्जी तरीके से नस्तिक संधारित कर नामांतरण की कार्यवाही प्रस्तावित की गई। इस पूरे मामले में मुख्य नगरपालिका अधिकारी का आदेश भी अंकित किया गया। कुल मिलाकर नंदलाल सोनी के बड़े भाई दीनबंधु सोनी ने इस जमीन को दिलाने के लिए अपने पदो का दुरूपयोग किया और इस जलसाजी में पूरी भूमिका अदा की।
विधायक ने खड़े किये सवाल
इस पूरे मामले को लेकर मध्यप्रदेश की विधानसभा में विधायक अजय विश्नोई और सतेन्द्रु तिवारी दोनों विधायको ने अपने प्रश्न क्रमांक 4321 के माध्यम से खसरा क्रमांक 337/1ख की जमीन और दुकान भवन की गई फर्जी तरीके से बिक्री को लेकर जब प्रश्न खड़ा किया तो अनूपपुर जिला प्रशासन मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराना शुरू किया तो सारी हकीकत खुलकर सामने आ गई।
इन पर दर्ज हुआ मामला
फर्जी तरीके से जमीन की की गई खरीद बिक्री के मामले में थाना जताई पुलिस ने 23 जनवरी 2020 करे आरोपी संजीव चंदेल नंदलाल सोनी तथा उनके भाई दीनबंधु सोनी एवं पूर्व सीएमओ उमाशंकर गौतम के विरुद्ध धारा 420,467,468,471,120बी का मामला दर्ज किया है जिसके बाद से आरोपी फरार हो गए हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।