नर्मदी नदी में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, हर-हर महादेव के गूंजे जयकारे
विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने किया पाॅच दिवसीय मेले का शुभारंभ

रिपोर्टर @ देवानन्द विश्वकर्मा
अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने महाशिवरात्रि मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान विधायक पुष्पराजगढ़ फुँदेलाल सिंह मार्कों, अमरकंटक नपाध्यक्ष प्रभा पनाड़िया समेत अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाला यह मेला आसपास के क्षेत्र के लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है। मेले में स्वास्थ्य विभाग, उद्यान विभाग, जनसम्पर्क विभाग, पर्यावरण आदि अन्य शासकीय विभागों द्वारा शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गयी। इसके साथ ही इस अवसर पर क्षेत्रीय लोगों द्वारा भी दुकाने लगाकर व्यवसाय किया जा रहा है। धार्मिक महत्व के साथ अमरकंटक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी इस कार्यक्रम से गति मिलती है। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर पवित्र नगरी अमरकण्टक सहित अमलाई, जैतहरी, अनूपपुर, चचाई, बिजुरी सहित अनेक स्थानों में स्थित शिवालयों में सुबह से भक्तों का ताॅता लगा रहा है। शुभ मुहूर्त के कारण 21 फरवरी 2020 को भी भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की गई। भक्तों ने मंदिरों सहित अपने घरों में स्थित शिव मंदिरों में रूद्राभिषेक किया व जगह-जगह भण्डारे का आयोजन किया गया। इस दौरान अतिथियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग, जनसम्पर्क विभाग समेत अन्य विभागों के स्टॉल का अवलोकन किया गया। मेले में स्थानीय उत्पादों के विक्रय के साथ, मनोरंजक झूलों एवं अन्य कार्यक्रमों की व्यवस्था की गयी है। आगामी दिवसों में स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी जाएँगी। महाशिवरात्रि मेले के दौरान 24 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।
जहाॅ जिले सहित आसपास के स्थानों से हजारों की संख्या में भक्तों ने भगवान् भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की। अमरकंटक के जालेष्वर मंदिर व अमरेष्वर महालिंगम् में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी। मेले में लोगों ने लुत्फ उठाया। नर्मदा कुण्ड के निकट नर्मदा देवी का मुख्य मंदिर है। नर्मदा मंदिर में माता नर्मदा की मनोहारी प्रतिमा काले पाषाण से निर्मित है। पवित्र कुण्ड के आसपास शिव, विष्णु, दुर्गा, त्रिपुरारी, मुरली मनोहर, एकादश रुद्र आदि मंदिर हैं। जिन्हें राष्ट्रीय महत्व का मंदिर घोषित कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा अभिरक्षित किया गया है। इनमें कर्ण मंदिर, पातालेश्वर, विष्णु और जोहिला मंदिर हैं। कर्ण मंदिर समूह एक ऊंचे चबूतरे पर निर्मित है। इन सभी स्थलों की देखरेख वर्तमान में अमरकंटक नगर पंचायत और अमरकंटक नर्मदा मंदिर ट्रस्ट के अधीन है।
पर्यटन स्थल में है पहचान-मार्को
इस अवसर पर पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को ने कहा कि माॅं नर्मदा का यह उद्गम स्थल देश में ही नहीं, विदेशों में भी पर्यटक स्थल के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। यही वजह है कि इस मेले में प्रदेश के विभिन्न प्रांतों मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात तथा पड़ोसी प्रदेश छत्तीसगढ़ से भारी संख्या में दर्शनार्थी, श्रद्धालु एवं पर्यटक आते हैं। यह मेला मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के आदिवासी लोक परम्पराओं का संगम है। मेले से जहाॅं मध्यप्रदेश के शहडोल, अनूपपुर, मण्डला, डिण्डौरी आदि जिलों के लोगों को अपने जरूरत की सामग्री खरीदने तथा सांस्कृतिक जुड़ाव के अवसर प्राप्त होते हैं। वहीं मेले के माध्यम से लोक कलाकारों को मंच भी मिलता है।
हर-हर महादेव के गूंजे जयकारे
महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर देश एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों के साथ ही स्थानीय श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों ने भी भाग लिया। प्रातःकाल से ही नर्मदा नदी के तट पर बड़ी संख्या में लोगों ने स्नान कर मां नर्मदा एवं शिवमंदिरों में पूजा-अर्चना की। पूरे अमरकंटक नगर में हर-हर महादेव एवं नर्मदा मैया की जय जैसे नारे एवं पूजा-पाठ तथा विभिन्न आश्रमों में भण्डारों का आयोजन किया जा रहा था।
प्रषासनिक अधिकारी ने लिया जायजा
प्रशासन द्वारा मेला स्थल में यात्रियों की सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न व्यवस्थाएं की गईं थीं। कलेक्टर चन्द्रमोहन सिंह ठाकुर, पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन एवं अन्य थानो से प्रभारियों को पुख्ता व्यवस्था करने के लिए पवित्र नगरी के कोने-कोने में तैनात किये गये।
कार्यक्रम में रहे उपस्थित
महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र विधायक फुन्देलाल सिंह, कलेक्टर चन्द्रमोहन सिंह ठाकुर, पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, पुष्पराजगढ़ एसडीएम विजय कुमार डेहरिया, नगर परिषद अमरकंटक की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा पनाड़िया द्वारा मेले का विधिवत् शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि तथा पत्रकार उपस्थित थे।