घनी आबादी के बीच क्वारांटीन सेंटर बनाए जाने का जनप्रतिनिधि कर रहे विरोध
रिपोर्टर@समर बहादुर सिंह

मनेन्द्रगढ़ कोरिया/(छ. ग.) नगर पंचायत झगराखाण्ड के वार्ड क्रमांक 06 के पार्षद राकेश कुमार यादव ने 30 अप्रैल 2020 को पत्र जारी करते हुए कोरिया प्रशासन से आग्रह किया है कि केन्द्रीय विद्यालय झगराखण्ड को क्वारंनटाईन सेन्टर ना बनाया जाए, केन्द्रीय विद्यालय झगराखांड को कारोना वायरस हेतु क्वारंनटाईन सेन्टर बनाया जा रहा है, जिसमें लगभग 50 लोगो को क्वारन्टाईन किये जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है, लेकिन एक जनप्रतिनिधि होने के नाते प्रशासन से मांग की है कि केन्द्रीय विद्यालय झगराखण्ड घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थित है, जिसके पास घनी आबादी रहती है। इतनी घनी आबादी वाले क्षेत्र में संभावित कोरोना संक्रमितों को इतनी तादात में रखने पर संक्रमण फैलने की पूर्ण आशंका है जिसके चलते क्षेत्र कें लोग भयभीत है। प्राप्त जानकारी के अनुसार केन्द्रीय विद्यालय झगराखण्ड सीबीएसई की परीक्षा का केन्द्र भी है एवं सीबीएसई द्वारा जारी विज्ञप्ति अनुसार कक्षा 10वीं एवं 12वीं की शेष विषयों की परीक्षाओं को मई महीने में किसी भी समय आदेशानुसार लिया जा सकता है ,जिसमें सैकड़ों परीक्षार्थी शामिल होगें। उक्त परिस्थियों में यदि क्वारनटाईन सेन्टर में कोई संदिग्ध पाॅजिटिव निकलता है तो परीक्षार्थियों के लिये बड़ा खतरा पैदा होगा एवं क्षेत्र में संक्रमण फैल सकता है। यह भी ज्ञात हो कि केन्द्रीय विद्यालय झगराखाण्ड शासन के निर्देशानुसार कोरोना काल में सीमित कर्मचारियों की उपस्थिति में अत्यंत आवश्यक महत्वपूर्ण कार्यो हेतु संचालित किया जा रहा है। उक्त निर्णयानुसार विद्यालय में कोरोनाकाल में कार्यरत सीमित कर्मचारियों में भी संभावित संक्रमण इस संबंध में प्रशासन को यह भी सूचित किया जाता है कि क्षेत्र में घनी आबादी से लगभग 7 कि.मी. दूर एक अन्य स्कूल सेंट जोसेफ उपलब्ध है, घनी आबादी से दूर एवं स्कूल में उपलब्ध अन्य समस्त मूलभूत सुविधाओं को देखते हुए उक्त स्कूल को क्वारनटाईन सेन्टर बनाया जाना उचित हो सकता है। एक जनप्रतिनिधि के रूप में आग्रह किया गया है कि उक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए क्षेत्र की जनता और बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय विद्यालय झगराखाण्ड को क्वारीटेन सेंटर ना बनाया जाए।