कोरोना में प्रहरी बना नर्सिंग स्टॉफ, विशेष, डॉक्टरों के साथ दे रहे बराबर सेवाएं
सतत रूप से लड़ रहे कोरोना से जंग स्वस्थ्य स्टापः-डाॅ. सुरेन्द्र सिंह

रिपोर्टर@संजीत कुमार सोनवानी
राजेन्द्रग्राम। देश मे फैले कोरोना संक्रमण काल के दौरान स्वास्थ्य, पुलिस और जिला प्रशासन ने अपनी सेवाओं से सबका दिल जीत लिया है। चिकित्सा विभाग में कोरोना संक्रमित मरीजों से सीधे सामना करने वाले चिकित्सकों व पर्दे के पीछे पूरा समय देने वाली स्टाफ नर्सों का सहयोग भी बीते लगभग 2 महीनो में इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया, जिन्होंने अपनी परेशानियों को किनारे रख देश व समाज की सेवा में अपना सर्वस्व झोंक दिया। वैसे तो अब तक जिले में कोरोना पॉजिटिव एक भी नही पाए गए और बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों की अच्छी तरह स्क्रीनिंग किया जा रहा है, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। और उन्हें अपने ग्राम में 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन पर रहने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा कई खबरों पर चिकित्सकों का नाम तो सामने आया लेकिन कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले इन नर्सिंग स्टॉफ का नाम नहीं आया जिन्होंने इस अंतराल में अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा की। यही स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ में पदस्थ बीएमओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इन दिनों में अपनी परेशानियां भूलकर कोविड-19 का सामना कर रहे नर्सों के साथ भी रही। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता की बिना स्टाफ नर्सों के पुष्पराजगढ़ सीएचसी या किसी भी चिकित्सालय के संचालन की कल्पना तक नहीं की जा सकती।
खुद से ज्यादा मरीजों की चिंता
स्टाफ नर्स करीमन बी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ में अपनी सेवाएं दे रही है, करीमन बी का स्पष्ट तौर पर कहना है, देश मे फैले कोरोना महामारी के कारण वर्तमान समय मे मरीजों की जांच करना काफी चुनौती है, लेकिन खुद से ज्यादा मरीजों की परवाह करते हुए जांच लगातार किया जा रहा है। सीएचसी पुष्पराजगढ़ में पदस्थ ऐसी स्टाफ नर्स के कारण ही आज स्वास्थ्य सेवाएं जमीनी स्तर पर सफल हो रही है।
सीएचओ निभा रही जिम्मेदारी
पुष्पराजगढ़ में पदस्थ स्टॉफ नर्स सोनाली कुशवाहा अनामिका स्मृति इस संक्रमण काल मे मजबूती से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है, इन्हों ने कहा कि कोरोना के कारण हमें मरीजों की जांच करने में स्वास्थ्य विभाग का पूरा सहयोग और जरूरी उपकरण मिल रहा है, जिसके कारण अभी तक हमारें द्वारा मरीजों की जांच की जा रही है, इसके अलावा डॉक्टरों के सहयोग से यहाँ अभी तक किसी भी मरीज के कोरोना संदिग्ध होना नही मिला है, हालांकि कुछ मरीज बाहर से आने के कारण उनकी जांच के दौरान सावधानी बरतनी पड़ती है, लेकिन अभी तक हमारें द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जा रहा है।
लॉकडाउन के बीच घर-घर जा रही स्टॉफ नर्स
पुष्पराजगढ़ में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मी कोरोना काल मे क्षेत्र के मितानिन के सहयोग से घर-घर जाकर प्रवासी मजदूरों को स्वास्थ्य रहने और कोरोना के बचाव के लिए सेनेटाइजर और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को बाहर या दूसरे राज्यो से आ रहें मजदूरों की जानकारी ग्रामवार देने का कार्य इनके द्वारा किया जा रहा है एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुष्पराजगढ़ में नर्स सुबह से शाम एवं शाम से सुबह तक अपने डियूटी का पालन कर रहे है।
बीएमओ ने बताया है कि हमारे द्वारा पुष्पराजगढ़ के प्राथमिक स्वस्थ्य केन्द्र खमरौध, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दमेहड़ी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अमरकंटक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बेनीबारी सहित सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र करपा में सभी स्वास्थ्य विभागों में नियंत्रण रखी हुई। जानकारी देते हुए बताया है कि क्षेत्र की आम जनता को अगर सर्दी जुकाम, बुखार, शरीर में दर्द एवं उल्टी दस्त जैसे लक्षण अगर है तो तुरंत अपना नजदीकी स्वस्थ्य केन्द्र में जाकर डाक्टरों से सलाह ले एवं बीमारियों का जांच अवश्य कराने की जानकारी दी और यह बताया कि हमारे टीम कि चप्पे चप्पे पर कोरोना से लड़ने को तैनात है एवं क्षेत्रीय राहगीरों के लिए दीनदयाल चलित अस्पताल दिन प्रतिदिन गांव-गांव जाकर इलाज कर रही है एवं तहसील में हमारे टीम नर्स से लेकर फार्मासिस्ट सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक एवं दोपहर 2 बजे से शाम 8 बजे तक तहसील परिसर पुष्पराजगढ़ में तैनात किये गए जहां ग्रामीण क्षेत्र के जनता अपना निजी कार्यो से तहसील आना जाना करते है। यदि वहा पर किसी को बार बार छींक इत्यादि चक्कर आता है तो वहीं अपना चेकप कराकर इलाज करा सकते है।